परमेश्वर हमारे बाहरी कार्यों से अधिक हमारे मन और विचारों को देखते हैं।
शुद्ध हृदय हमें पाप से बचाता है। जितने कदम आप परमेश्वर की ओर बढ़ाएंगे, उतना ही परमेश्वर आपके निकट होंगे। आपका आत्मिक जीवन मज़बूत होना बहुत आवश्यक है।
इसके लिए आपको पहले बाहरी वातावरण और शारीरिक इच्छाओं से लड़कर प्रार्थना में बैठना होगा, और अपने जीवन के लिए आत्मिक क्षेत्र में शैतान के साथ युद्ध लड़कर विजय प्राप्त करनी होगी। तभी आप दूसरों के लिए भी शैतान के साथ प्रभावी रूप से लड़कर उन्हें बचा पाएंगे और अपने जीवन में उन्नति (growth) को होता हुआ देख पाएंगे।

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God Bless you